What is Price Action Trading

What is Price Action Trading, और कैसे करे?

What is Price Action Trading? Introduction

शेयर बाजार में काम करने वालों के लिए किसी भी शेयर का भाव सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है आप लोगों ने शेयर बाजार में Price action का नाम बहुत तो बार सुना होगा। Price action के द्वारा हम बाजार का गतिविधि को जानने की कोशिश करते हैं बाजार किसी ना किसी ट्रेंड में चलता है। चाहे वह ट्रेंड अप ट्रेंड हो या फिर डाउनट्रेंड हो या मार्केट रेंज बाउंड हो सभी जगहों पर हमारा प्राइस एक्शन हमें ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट में मदद करता है।

प्राइस का निर्भरता

जैसा कि हम लोग जानते हैं किसी भी कंपनी के शेयर का भाव उस कंपनी की दूरदर्शिता, गवर्नमेंट की पॉलिसी, अर्थव्यवस्था, न्यूज़, सेंटीमेंट, इत्यादि कई चीजों पर निर्भर करती हैं इन सभी कारणों से शेयर के भाव में उतार और चढ़ाव आते रहते हैं। अतः शेयर बाजार में काम करने वाले लोग एक बहुत ही अच्छी कहावत कहते हैं “भाव भगवान है”।

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प्राइस एक्शन क्या है?

प्राइस एक्शन में सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट मार्केट के ट्रेंड को समझना होता है मार्केट में 3 तरीके के ट्रेंड होते हैं अपट्रेंड डाउनट्रेंड और कंसोलिडेशन इन तीन ट्रेंडो को पता करने में सबसे सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाता है Price action ट्रेडिंग का किया जाता है।

जब कभी भी मार्केट में प्राइस का मूव होता है तो प्राइस एक ही डायरेक्शन में नही चलता प्राइस कभी ऊपर तो कभी नीचे चलता है इसी तरह लगातार नीचे नही जाता है उस वक्त भी प्राइस ऊपर और फिर नीचे जाता है तो प्राइस का मूवमेंट कभी भी एक डायरेक्शन में नही होती है इसी क्रम में प्राइस के मूव को Price action कहते है।

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प्राइस एक्शन को कैसे समझे:

प्राइस एक्शन को समझने के लिए एक चित्र का सहारा लेते है जो नीचे है।

Fig.1

Price action को समझना बहुत ही आसान है अगर प्राइस एक हाई लगाने के बाद Low लगता है फिर एक हाई लगाता है जो पहले के हाई से कम होता है और फिर लो को नीचे ब्रेक करता है, और एक नया लो लगता है और पुनः एक हाई लगाता है जैसा कि हमने fig-1 में दिखाया गया है।

Top1 के बाद Bottom 1 फिर एक top 2 लगाता है और टॉप लगने के बाद प्राइस नीचे आ के एक नया bottom 2 लगाता है ये प्रक्रम आगे चलता है इस ही प्राइस एक्शन का जाता है।

प्राइस एक्शन पर ट्रेड कैसे करें?

Price action पर ट्रेड करने के लिए सबसे पहले प्राइस एक्शन को समझना बहुत जरूरी होता है एक बार अगर प्राइस एक्शन समझ आने लग जाए तो फिर इस पर ट्रेड करना भी आसान हो जाता है|

प्राइस एक्शन को समझने के लिए हमने ऊपर बात किया है कि आप इसे कैसे समझ सकते हो प्राइस एक्शन एक सबसे सिंपल तरीका है इसमें ना ही कोई इंडिकेटर का इस्तेमाल किया जाता है और ना ही किसी और दूसरे तरीके का केवल आप प्राइस के मूवमेंट को देखते हैं कि किस तरीके से प्राइस ऊपर या नीचे जा रहा है जिसके आधार पर अभी मार्केट का सपोर्ट रेजिस्टेंस क्या है यह सारे चीजों को समझते हुए देखते हुए अगर आप ट्रेड करते हैं तो आपका ट्रेडिंग स्टाइल प्राइस एक्शन का कहा जाएगा।

आइए अब प्राइस एक्शन पर ट्रेड कैसे करें इसको समझने के लिए एक चित्र का इस्तेमाल करते हैं जिसके बाद हम अच्छे से प्राइस एक्शन को समझते हुए काम कर सकते हैं।

Price Action
Fig:- 2

चित्र दो में आप देख रहे हैं कि प्राइस टॉप वन से गिरता हुआ नीचे आता है बॉटम वन लगाता है फिर वहां से एक दूसरा टॉप 2 लगाता है जो पहले वाले टॉप से नीचे है अब हम बॉटम वन के पास एक लाइन बनाते हैं और अगर बॉटम वन का ब्रेक डाउन होता है या प्राइस उसके नीचे ट्रेड करना स्टार्ट करता है तो हम वहां पर सेलिंग का पोजीशन बनाते हैं और उसके ऊपर का स्टॉप लॉस रखते हैं जोकि चित्र में दिखाया गया है टारगेट के लिए नीचे का कोई सपोर्ट एरिया ढूंढते हैं जो हमारा टारगेट होता है।

इसी तरीके से अगर प्राइस एक्शन के द्वारा buying का पोजीशन बनाना है तो इसके उल्टा हम सबसे पहले Chart Pattern को देखने का प्रयास करते हैं जिसमें एक अच्छी खासी selling के बाद बॉटम लगता है फिर एक top लगता है और फिर से प्राइस नीचे के साइड आता है लेकिन अबकी बार अपने पहले वाले बॉटम को नही तोड़ पता और फिर टॉप के पास अगर आकर और ऊपर निकलता है तो buying का postion बनाते हैं। यहां स्टॉप लॉस के लिए बॉटम 2 का इस्तेमाल करते है और टारगेट के लिए नजदीक का कोई रेजिस्टेंस का चयन करते है

यह ट्रेडिंग का तरीका पूर्णत प्राइस के मूवमेंट पर आधारित होता है। ट्रेडर ट्रेडिंग लिए प्राइस को फॉलो करता है। Price action trading में कुछ ज्यादा अलग अलग चीजों को देखने की जरूरत नहीं होती है बस प्राइस का मूवमेंट क्या कई है कैसे काम कर रहा है इसको देख के ही ट्रेड कर लेते है। प्राइस एक्शन ट्रेडिंग में ट्रेंड भी अच्छे से समझ आ जाता है क्यू की ट्रेंड के आधार पर ही अपना पोजिशन बनाया जाता है।

Price action ट्रेडिंग में कैडल को भी ध्यान में रख कर अच्छे से टॉप बॉटम का ब्रेक आउट और ब्रेकडाउन को और अच्छे से समझ सकते है ताकि ट्रेडिंग एक्यूरेसी को और बढ़ाया जा सके जिससे लॉस कम से कम हो । कैंडल भी अलग अलग तरह के होते है जिससे अलग साइकोलॉजी पता चलता है की बायर और सेलर के बीच का सेंटीमेंट क्या है बाजार में बायर और सेलर क्या सोच रहे है इन सारे बातो का पता हमे अलग अलग कैंडल टाइप से पता लग जाता है ताकि हम अपने पोजिशन को और अच्छे तरीके से होल्ड कर सके और मार्केट से प्रॉफिट को बना सके।

अड्डामार्केट वेबसाइट पर प्रकाशित जानकारी विभिन्न प्रकार के तथ्य सभी विश्लेषण अनुमान बाजार अध्ययन या अन्य सामान्य मूल्यांकन या जानकारी प्रदान करता है कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले कृपया अपने सेबी रजिस्टर्ड एडवाइजर से सलाह मशवरा कर ले यहां पर प्रदान की गई जानकारी के आधार पर ट्रेड या इन्वेस्ट करने पर होने वाले प्रोफिट या लॉस का जिम्मेदार आप खुद होंगे अतः कोई भी ट्रेड पूरी तरह जिम्मेदारी से करें ताकि कम से कम लॉस हो।

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